यह कुञ्जी लिनक्स प्रचालन तन्त्र यानी ऑपरेटिङ्ग सिस्टम का एक मोटा ख़ाका पेश करती है। उम्मीद की जाती है कि इसकी मदद से लिनक्स के नौसिखिओं को लिनक्स की एक झलक मिल सकेगी और वे इस पर बुनियादी काम की शुरुआत भी कर सकेंगे। जो लिनक्स से पहले से वाक़िफ़ हैं, वे तन्त्र और जालबन्धन यानी नेटवर्क प्रशासन के लिए इसका इस्तेमाल सन्दर्भ-पुस्तिका के रूप में कर सकेंगे. चूँकि यह कुञ्जी लिनक्स तन्त्र और जालबन्धन यानी नेटवर्क के प्रशासक व प्रशिक्षक की हैसियत से लेखक के भोगे हुए अनुभवों पर आधारित हैं, इसलिए उम्मीद है कि पाठकों को इन उदाहरणों से लिनक्स तंत्र की बेहतर समझ बनाने में सहूलियत तो होगी ही, वे प्रेरित होकर अपने-आप हाथ-पाँव मारने की कोशिश भी करेंगे।
यदि आप लिनक्स (या आम तौर पर युनिक्स पर)कमाण्ड लाइन यूज़र एक्सपीरिएन्स(CLUE) हासिल करना चाहते हैं तो यह किताब आपको उपयोगी लगेगी।